जब भी हम कहीं पर पेमेंट करते है अपने Debit Card से तो वो पैसों को भेजने का Digital तरीका होता है। जिसे हम आम भाषा में Digital Money Transfer भी कहते है। ठीक इसी तरह हमारे पास मौजूद Demat Account भी काम करता है लेकिन Demat Account में पैसा नहीं बल्कि शेयर रहता है जिसे हम किसी भी दूसरे के Demat Account में Digitally Transfer करते हैं।
अन्य शब्दों में कहे तो Shares को Digitally यानी कि Electronic तरीके से रखने के रूप को DEMAT कहते हैं।

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Demat Account क्या होता है? DEMAT full form
DEMAT full form का पूरा नाम Dematerialize है। Securities यानी कि Share etc. को Physically way में बदलने को Dematerialization कहते है।
पहले के समय में यानी जब चीज़े इतनी डिजिटल नही थी तब जब कोई भी व्यक्ति शेयर की खरीद-बेच करता था तो उक्त कंपनी उस व्यक्ति को उसके शेयर से जुड़े दस्तावेज भेजती थी जो कि इस बात का सबूत होता था कि व्यक्ति ने शेयर में निवेश कर रखा है। पर उस शेयर के बेचे जाने के समय सब से पहले सारे दस्तावेज कंपनी में भेजने पड़ते थे। वहां कंपनी ये देखती थी कि जब व्यक्ति ने शेयर बेचा है तो उसका भाव क्या था फिर उसी अनुसार पैसे मिलते थे। ये प्रक्रिया समय का काफी नुकसान करती थी इसलिए काफी लोग शेयर में पैसे लगाने से स्वयं बचते थे।
पर आज के डिजिटल समय में सबकुछ डिजिटल होने के कारण सभी को बड़ी सहूलियत हो गई है। जिससे से शेयर को खरीदने के प्रति लोगों का रुझान काफी बढ़ गया है।
DEMAT ने शेयर मार्केट की दुनियां में अलग ही जगह बना ली है। इसकी प्रक्रिया आसान होने के कारण सभी का झुकाव इस ओर जाता है। इस से तो आप तो बैठे अपने फोन से भी शेयर खरीद या बेच सकते हैं अगर आपका Demat पर Account है तो।
Demat Account Types | Demat Account कितने प्रकार के होते है?
ये मुख्यतः तीन प्रकार के होते है जिन्हें भारतीय और गैर-निवासी भारतीय (NRI) द्वारा इस्तेमाल किया जा सकता है।

1. Regular Demat Account
ये उनके लिए होता है जो भारत के नागरिक हो तथा जो खुद ही अपने शेयरों का देख रेख करते हो। ये account अपने धारक को नियमित transaction करने की अनुमति देता है। इस तरह का account सभी बैकों द्वारा खोलने के लिए ऑफर किया जाता है।
2. Repatriable Demat Account
ये ग़ैर-प्रवासी भारतीयों (NRI) के लिए उपलब्ध दो प्रकार के Demat Account में से एक है। इस तरह का Account चुनने पर ग़ैर-प्रवासी भारतीयों को (NRI) को विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम के नियमों का पालन करना होता है। इस तरह का Account ग़ैर-प्रवासी भारतीयों को विदेशों में भी फण्ड ट्रान्सफर करने की अनुमति देता है। ग़ैर-प्रवासी भारतीयों को अपने विदेशी Account (NRE अनिवासी बाहरी) account से लिंक करना पड़ता है। इस तरह के Account सभी बैंकों और Discount Brokers पर मौजूद है।
3. NON-Repatriable Demat Account
ये ग़ैर-प्रवासी भारतीयों (NRI) के लिए मौजूद दूसरे account में से एक है। ये NRI को विदेश में फण्ड ट्रान्सफर करने की अनुमति नहीं देता है। फण्ड ट्रान्सफर के सुविधा के लिए अपने NRO (नॉन-रेजिडेंट ऑर्डिनरी) सेविंग account को लिंक करने के लिए investor को अपने NRO (नॉन-रेजिडेंट ऑर्डिनरी) सेविंग account की need होती है।
DEMAT Account Documents Required | DEMAT Account खोलने के लिए क्या जरूरी कागज़ात लगते है?
• पहचान पत्र
• पते का प्रमाण
• आय का प्रमाण
• बैंक अकॉउंट का प्रमाण
• पैन कार्ड की कॉपी
• वीज़ा की कॉपी (ग़ैर प्रवासी भारतीयों के लिए)
• फेमा घोषणा (NRI के लिए)
Best Demat Account | Demat Account सही प्रकार से कैसे चुनें?
निवेशकों को इसकी सही प्रकार को चुनने के लिए सब से पहले अपनी आवश्यकताओं और उपेक्षाआओं की सही जानकारी होनी चहिये। गैर-प्रवासी भारतीयों को इसे चुनने के लिए सब से पहले अपने future के investment plan को जांच कर फिर ही Best Demat account का चयन करना चहिये। ग़ैर-प्रवासी भारतीय एक या उस से अधिक Demat account का भी लाभ ले सकते हैं। हर तरह के Demat account में नॉमिनी की सुविधा उपलब्ध रहती है। Demat account holder की मृत्यु के मामले में नॉमिनी account में रिकॉर्ड shares का लाभार्थी बन जाता है।
Open Demat Account | Demat Account कैसे खोलें?
• इस में अपना account खोलने के लिए निवेशकों को SEBI से registered depository participant के साथ Demat account खोलने के जरूरत होती है।
• सभी निवेशकों को account खोलने के लिए opening form भरना होगा SEBI द्वारा accepted documents की copy जैसे कि पहचान पत्र, पते के प्रमाण का पत्र और पैन कार्ड मूल रूप में।
• सभी documents की मूल प्रति भी लाएं।
• Demat account निवेशकों को अनुबंध की प्रति और शुल्कों की अनुसूचि भी देता है।
• Account opening Documents को process करने के बाद आवेदकों को Demat account एक account नंबर(client ID) भी देता है।
• Account खुल जाने के बाद आवेदक क्लाइंट बन जाता है जिसे बोओ (बेनेफिशियरी ऑनर) कहा जाता है और जारी किया गया account नंबर बीओ-आईडी (Beneficial Owner Identification Number) कहा जाता है।
• आवेदक इन सबके साथ ही इस में account खुलवाने के लिए बालिग होना चाहिए।
Demat account charges | Demat Account खोलने के लिए कितनी लागत लगेगी?
इस तरह का खाता खोलने के लिए विभिन्न शुल्क देना होगा जो मुख्यतः इस प्रकार है
• वार्षिक रखरखाव शुल्क
• लेनदेन शुल्क
• सभी शुल्क एक से दूसरे डीपी के अनुसार भिन्न होंगे।
Demat Account Share | Demat Account को खोलने के लिए कितने शेयर जरूरी होंगे?

कोई भी Demat account बिना किसी मौजूद शेयर का भी खोला जा सकता है और इस में किसी भी न्यूनतम राशि की बनाये रखने की सीमा नही होती। आपके खाते में राशि शून्य भी रह सकती है।
Demat account benefits | Demat Account के फायदे
• Documents के नुकसान कम।
• धोखाधड़ी से बचाने में कारगार।
• लोन की सुविधा।
• कम लागत।
• समय की बचत।
• आसान ट्रैकिंग।
• डीमैट सिक्योरिटीज पर कोई टीडीएस नहीं।
• दुनियांभर में कही भी निवेश की आजादी।
Disadvantages of Demat Account | Demat Account के नुकसान
एक से अधिक Demat account रखने पर ही नुकसान भुगतना पड़ सकता है। रखरखाव में अधिक खर्च आता है। समय पर Demat account को ट्रैक ना करो तो stock ट्रैक करने में दिक्कत आती है। लंबे समय तक account log-in ना करने की दशा में account बंद कर दिया जाता है।
Best Demat Account in India | भारत में मौजूद सर्वश्रेष्ठ Bemat account
• Zerodha Ac
• Upstox Ac
• Kotak Securities demat Ac
• 5paisa Demat Ac
• Religare Ac
• Angel Ac
• ICICI Direct Demat Ac
• Motilal Oswal Demat Ac
• Sharekhan Demat Ac
• SBICap Securities Ac
इन सब में मौजूद सब से अच्छा Zerodha Demat account है। Zerodha को Demat account की world रेटिंग में 9.5/10 प्राप्त है। ये इन्वेस्टर्स के लिए काफी उपयोगी है।