जापान के पूर्व पीएम Shinzo Abe अब हमारे बीच नहीं रहे। शुक्रवार को Shinzo Abe को गोली लगने की खबर आई, जिसे सुनकर हर कोई सकते में आ गया। आबे पर हमला जापान के नारा शहर में हुआ। जापान की न्यूज एजेंसी एनएचके के हवाले से आई खबर के मुताबिक, जीस वक्त आबे पर हमला हुआ उस वक्त वह पश्चिमी जापान के नारा शहर में भाषण दे रहे थे। आबे के सीने में गोली लगी इसके बाद आनन फानन ने उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उनकी जान नहीं बचाई जा सकी। उनका काफी खून निकल चुका था और जानकारी के मुताबिक गोली लगने के बाद Shinzo Abe को दिल का दौरा भी पड़ गया था। Shinzo Abe पर गोली चलाने वाले संदिग्ध शख्स को गिरफ्तार कर लिया गया है। खबरों के मुताबिक वो इकतालीस साल का है और उसका नाम है यामागामी त्रिसुल। उसके पास से बंदूक भी बरामद कर ली गई जापान के सबसे लंबे वक्त तक पीएम रहने वाले Shinzo Abe दुनिया के पहले ऐसे नेता हैं जिन्हें भारत विभूषण से सम्मानित किया गया था।
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कौन हैं Shinzo Abe?
67 साल की Shinzo Abe लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी से जुड़े थे आबे 2006 – 2007 के दौरान प्रधानमंत्री रहे। आबे को एक आक्रामक नेता माना जाता था। आबे को आंत से जुड़ी बीमारी अल्सरेटिव कोलाइटिस थी। जिसकी वजह से उन्हें 2007 में प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था Shinzo Abe लगातार 2803 दिनों तक प्रधानमंत्री रहे इससे पहले ये रिकॉर्ड उनके चाचा शिशुकू सैतो के नाम था।
जापान की राजनीति में उनका कैसा रुतबा है।

आबे की गिनती पुतिन जिनपिंग और पीएम मोदी जैसे दुनिया के सर्वश्रेष्ठ लीडरों में की जाती है। जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे एक राजनैतिक परिवार से ताल्लुक रखते थे। Shinzo Abe के दादा नोबिसुके काशी भी जापान के प्रधानमंत्री थे। नोबिसुके काशी 1957 से 1960 तक जापान के प्रधानमंत्री रहे, वहीं शिंजो आबे के पिता शिनतारो आबे साल 1982 से 1986 तक जापान के विदेश मंत्री रहे थे। शिंजो आबे जापान के ऐसे प्रधानमंत्री रहे हैं जिन्होंने सबसे ज्यादा बार अपने कार्यकाल के दौरान भारत का दौरा किया। सबसे पहले Shinzo Abe साल 2006 में अपने पहले कार्यकाल के दौरान भारत आए, अपने दूसरे कार्यकाल के दौरान शिंजो आबे ने तीन बार भारत का दौरा किया वो जनवरी 2014 दिसंबर 2015 और सितंबर 2017 में भारत के दौरे पर आए। शिंजो आबे ने साल 2020 में प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया उन्होंने ऐसा स्वास्थ्य ठीक न रहने के चलते किया। वो लंबे वक्त से बीमार चल रहे थे। जापान के पूर्व पीएम शिंजो आबे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खास दोस्त थे। कई मौकों पर पीएम मोदी और Shinzo Abe एक दूसरे को याद कर चूके थे ।
Shinzo Abe एक लोकप्रिय नेता थे
शिंजो आबे की लोकप्रियता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि फोर्ब्स ने उन्हें 2018 में दुनिया के 38वें सबसे ताकतवर व्यक्ति का दर्जा दिया था। उनका जन्म एक राजनीतिक परिवार में हुआ था। जापान को उनके परिवार में से पहले ही दो प्रधानमंत्री मिल चुके थे। आबे जापान के पहले प्रधानमंत्री बने जिन्होंने बदलती दुनिया में बदलने की हिम्मत की और चीन के खतरे को महसूस किया । चीन की आक्रामक नीतियों और उत्तर कोरिया जैसे पड़ोसियों को ध्यान में रखते हुए आबे ने फिर से जापान की सैन्य ताकत को वापस लाना शुरू कर दिया। आबे भले ही अब इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन उन्हें हमेशा एक दूरदर्शी नेता के रूप में याद किया जाएगा।
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