Cryptocurrency  क्या है? What is Cryptocurrency 

Cryptocurrency क्या है? What is Cryptocurrency
Cryptocurrency क्या है? What is Cryptocurrency

Cryptocurrency एक तरह का डिजिटल पैसा है जो केवल ऑनलाइन ही उपलब्ध है। इसका लेनदेन हम भौतिक रूप से नही कर सकते इसे एक तरह का डिजिटल संपत्ति भी कहा जा सकता है। Cryptocurrency  का इस्तेमाल ऑनलाइन समानों की खरीदारी या अन्य ऑनलाइन जरूरतों के लिए किया जाता है। इन तरह के करेंसी में Cryptography (कुटलिपि लेखन) का इस्तेमाल किया जाता है। ये एक Peer To Peer Electronic System होता है जिसे इंटरनेट के उपयोग से इस्तेमाल किया जाता है। इसके माध्यम से हम हार्ड मनी के बजाय इनको इस्तेमाल कर के अपने खरीदारी को आसानी से ऑनलाइन के माध्यम से कर सकते है। इन तरह की करेंसी में सरकार, राज्य सरकार या किसी भी बैंक का हस्तक्षेप नहीं होता है। आप को बात दु की दुनियां का पहला Cryptocurrency  है बिटकॉइन। मौजूदा वक्त में 1000 से भी अधिक Cryptocurrency  पूरी दुनियां में आसानी से उपलब्ध है।

Cryptography क्या है जिसका इस्तेमाल हर तरह के Cryptocurrency  में क्या जाता है?

Cryptography क्या है
Cryptography क्या है ?

          अगर किसी व्यक्ति को किसी भी तरह की जानकारी एक्सिस करने की जरूरत पड़ती है तो उसे बगैर अनुमति प्रबंधित करने के लिए एक ही तरह की Key को एक सिक्योरिटी की तरह  इसका उपयोग किया जाता है। इसका उपयोग सेंडर और संदेश के रिसीवर को रोकने के लिए किया जाता है। आजकल की Cryptographyसीक्रेट key पर आधारित होती है जिसका उपयोग मैसेज को भेजने या मंगाने के लिए किया जाता है। इसकी सहायता से उपयोगकर्त्ता से सुनिश्चित किया जाता है कि वो खुद ही अपने अकॉउंट का संचालन कर रहे है या नही।

Cryptography के कुछ जरूरी सोर्स

•         Plaintext – एक मैसेज को को कहा जाता है इसके मूल रूप में।

•         Ciphertext – अगर कोई मैसेज सुडो रूप में हो तो उसे कहा जाता है।

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•         Cipher – Plaintext को Ciohertext में बदलने वाले अल्गोरिथम को कहा जाता है।

•         Key – जो केवल सेंडर और रिसीवर को पता हो उसे कहा जाता है सिफर में।

•         Encryption – Plaintext को ciphertext में बदलने वाली process और key को कहा जाता है।

•         Decryption – Cipher को इस्तेमाल कर के Ciphertext को plaintext में बदलने वाली प्रोसेस को कहते है।

•         Cryptanalysis – Ciphertext  और principles की लर्निंग को बगैर किसी key की जानकारी के बिना ही सिंपल टेक्स्ट में बदलने को कहा जाता है।

•         Cryptology – करैप्टोग्राफी और क्रिप्टोएनालिसिस के यूनियन को कहा जाता है।

Cryptography के प्रकार

•         सेमेट्रिक : इसमें एक ही key का उपयोग कर के plain text  के अंदर ही encryption और फ्री साईफर के decryption के लिए प्रयोग में लाया जाता है। इस में एक ही तरह की key sender और receiver के पास होती है इसलिए इसे प्राइवेट key Cryptography   भी कहा जाता है।

•        असेमेट्रिक : डाटा के encryption  और decryption के लिए दो अलग-अलग key  का उपयोग किया जाता है। इसमें key के नाम होते है पब्लिक key जिसके बारे में सभी को जानकारी होती है और प्राइवेट key  जिसके बारे में केवल रिसीवर को पता होता है। इसे पब्लिक key Cryptography  भी कहा जाता है

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Cryptocurrency  कितने प्रकार के होते है?

Cryptocurrency  कितने प्रकार के होते है?
Cryptocurrency  कितने प्रकार के होते है?
  1. बिटकॉइन : इसे Satoshi Nakamoto ने 2009 में बनाया था। ये एक डिजिटल करेंसी है जिसका उपयोग गुड्स एंड सर्विसेज की ऑनलाइन खरीदारी के लिए किया जाता है। इसके ऊपर सरकार या किसी भी बैंक का कोई भी अधिकार नही होता है। मौजूदा समय में इसका मूल्य 13 लाख के आस पास है।
  2. लाइटकॉइन : अक्टूबर 2011 में Charles Lee ने इसे बनाया जो कि एक गूगल employee भी रह चुके है। ये भी बिटकॉइन की तरह ही एक तरह की Cryptocurrency  है। इसके बनने में बिटकॉइन का बहुत बड़ा हाथ है। ये एक open source software है जो की MIT/X11 लाइसेंस के तहत रिलीज हुआ। इस में Script Algorithm का उपयोग होता है।
  3. एथेरेम : इसे Vitalik Butherin के द्वारा बनाया गया है। ये भी बिटकॉइन के जैसे एक Cryptocurrency  है जिसके टोकन को ‘एथेर’ कहा जाता है। ये अपने उपयोगकर्ता को एक टोकन देता है जिसके इस्तेमाल खरीदारी के वक़्त ही किया जाता है। मौजूदा समय में इसका विभाजन दो भाग में हो चुका है जो कि Hard Fork  के कारण हुआ। विभाजन के बाद दो एथेरेम है जिनका नाम है ‘एथेरेम’ और ‘एथेरिएम क्लासिक’। बिटकॉइन के बाद ये दूसरा समसे अधिक मान्य Cryptocurrency  है।
  4. डोगेकॉइन : इसे Billy Markus ने बनाया है। इसे बनाने की कहानी काफी मनोरंजक है। इसे बिटकॉइन का मजाक उड़ाने के लिए एक कुत्ते से तुलना किया गया। जो कि आगे चलकर एक Cryptocurrency  का रूप ले लिया। इसमें भी लाइटकॉइन जैसे Script Algorithm का उपयोग होता है। मौजूदा समय भी इसकी मार्किट वैल्यू $197 मिलियन से भी ज्यादा है।
  5. तेथेर : ये सभी तरह के क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने के लिए सब से अधिक पसंदीदा है। ये बिटकॉइन की ब्लॉक चैन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करता है।
  6. बिनांस कॉइन : इसे 2017 में लाया गया था पर इसने बहुत तेजी से अपनी पकड़ पूरे मार्किट में बना ली। $0.10 (2017 में शुरुआत के वक़्त)से 5200%(जनवरी 2022 के अनुसार) अपनी बढ़त बनाई। ये क्रीप्टो एक्सचेंज का सब से बड़ा एक्सचेंज है मूल्य के हिसाब से।
  7. सोलाना : इसने अपने आपको बड़ी ही तेजी से बढ़ने वाले Cryptocurrency  के रूप में  मार्किट में अपनी जगह बनाई है। 2021 के अनुसार इसने खुद को तीसरा सब से सफल Cryptocurrency  होने का स्थान दिलाया है। हालांकि हाल में इसे मार्किट में गिरावट का सामना करना पड़ा है।
  8. रिप्पल : इसे 2012 में लांच किया गया। ये एक तरह का RTGS (Real Time Gross Settlement System) है जिसकी खुद की Cryptocurrency  है जिसे ही रिप्पल (XRP) कहा जाता है। ये एक डिस्ट्रिब्यूटेड ओपन सोर्स प्रोटोकॉल के ऊपर बना है। ये काफी मशहूर Cryptocurrency  है। इसकी मार्किट वैल्यू $10 बिलियन के करीब है। इसके उपयोगकर्ता को मुफ्त बगैर किसी निर्धारित शुल्क के अनलिमिटेड transaction की अनुमति मिलती है।
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Cryptocurrency  के क्या फायदे है?

•         ये नार्मल डिजिटल transaction से अधिक सुरक्षित होता है।

•         इस में ठगे जाने (ऑनलाइन फ्रॉड) की कम चांसेस होते है।

•         इस में transaction में लगने वाला शुल्क बेहद कम है बाकी डिजिटल पेमेंट के मुकाबले।

•         इसमें Algorithm Cryptography  का उपयोग होने से इसमें बना अकॉउंट बहुत सेफ होता है।

Cryptocurrency  इस्तेमाल करने के क्या नुकसान होते है?

•         इस में बनाई ID  अगर एक बार भूल गए तो तो दुबारा किसी माध्यम से उसे ढूंढ नही सकते ना ही वो मिलती है।

•         ID के भूल जाने पर वॉलेट में रखे पैसे भी वापस नही मिलते ।

•         इस में एक बार transaction होने पर आप इसे रिवर्स नही कर सकते।

•         किसी सरकार या बैक का हस्तक्षेप ना होने के कारण मार्किट में वैल्यू अत्यधिक बढ़ने या घटने से होने वाले नुकसान पर कही भी शिकायत नही दर्ज करा सकते है।

Cryptocurrency  कैसे खरीदे और कहा से? How to Invest in Cryptocurrency

Cryptocurrency  कैसे खरीदे और कहा से? How to Invest in Cryptocurrency
Cryptocurrency  कैसे खरीदे और कहा से? How to Invest in Cryptocurrency

          इसे खरीदने के लिए वैसे तो बहुत सारे विकल्प उपलध है पर अब इसका सही ढंग से इस्तेमाल करने के लिए सब से पहले इसके बारे में इंटरनेट के माध्यम से गहरा अध्ययन करें। फिर आप इसे websites की मद्दत से बेहद आसानी से खरीद सकते है। देखा जाए तो हमारे देश भारत मे कई सारे websites मौजूद है जिनका इस्तेमाल कर आप Cryptocurrency  खरीद सकते है पर जो websites सब से अधिक प्रचलीत है हमारे देश में उनके नाम है :

● https://coinswitch.co

● https://wazirx.com

          इन दोनों के App आपको आसानी से उबलब्ध हो जायेंगे Play store पे। जिसे आप अपने mobile में download कर के उस पर अपना account बना कर cryptocurrency बेहद ही कम समय में खरीदना शुरू कर सकते है।

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